महाविद्यालय में हुआ प्रवासी भारतीय दिवस पर व्याख्यान।Lecture on Pravasi Bhartiya Diwas in the college.

 महाविद्यालय में हुआ प्रवासी भारतीय दिवस पर व्याख्यान ।

नितिन वर्मा

पाटी -आज शासकीय महाविद्यालय पाटी में स्वाधीनता के 75 वर्ष के अंतर्गत मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के तहत प्रवासी भारतीय दिवस पर एक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ परवेज मोहम्मद ने व्याख्यान देते हुए कहा कि महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से 9 जनवरी 1915 को भारत आने की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन 2003 से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई के द्वारा प्रारंभ किया गया था।इसकी संकल्पना लक्ष्मीमल सिंघवी द्वारा दी गई। यह अब तक सबसे अधिक बार दिल्ली में आयोजित हुआ और 2023 का प्रवासी भारतीय दिवस मध्य प्रदेश इंदौर शहर में आयोजित हो रहा है जो हम सब के लिए गौरव का विषय है। 17 वॉ प्रवासी भारतीय दिवस की थीम - " प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय दावेदार" के रूप में आयोजित है जिसमें 70 देशों के 35 प्रवासी शामिल हो रहे हैं।

पाटी -आज शासकीय महाविद्यालय पाटी में स्वाधीनता के 75 वर्ष के अंतर्गत मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के तहत प्रवासी भारतीय दिवस पर एक व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ परवेज मोहम्मद ने व्याख्यान देते हुए कहा कि महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से 9 जनवरी 1915 को भारत आने की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन 2003 से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई के द्वारा प्रारंभ किया गया था।इसकी संकल्पना लक्ष्मीमल सिंघवी द्वारा दी गई। यह अब तक सबसे अधिक बार दिल्ली में आयोजित हुआ और 2023 का प्रवासी भारतीय दिवस मध्य प्रदेश इंदौर शहर में आयोजित हो रहा है जो हम सब के लिए गौरव का विषय है। 17 वॉ प्रवासी भारतीय दिवस की थीम - " प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय दावेदार" के रूप में आयोजित है जिसमें 70 देशों के 35 प्रवासी शामिल हो रहे हैं


 प्रवासी भारतीयों की देश की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा योगदान है तकनीकी, उद्यम, सांस्कृतिक प्रसार में भारतीय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।विदेशी कंपनियों में भारतीयों का योगदान अद्भुत है। आज विदेशों में भारत के विभिन्न त्योहार दीपावली होली का आयोजन होता है, जिसमें प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह एक प्रकार से सांस्कृतिक आदान-प्रदान के दूत के रूप में अपनी भूमिका निभाते हैं। प्रतिवर्ष लगभग 90 अरब डालर प्रवासी भारतीय भारत भेजते हैं। 2 करोड़ से अधिक प्रवासी भारतीयों की संख्या है, जो विदेशों के अलग-अलग देशों में निवास करती है। व्याख्यान कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनिल पाटीदार ने किया। आभार प्रशासनिक अधिकारी डॉ मंशाराम बघेल ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के डॉ नारायण पाटीदार प्रो. दिनेश रघुवंशी प्रो. विश्वजीत रावत महाविद्यालय के कर्मचारी राईदास कनसिह शिवजी विक्रम और छात्रों में सुरेश, सुषेल, इसराईल, विजय,रूपाली,तरूणा, राईसी,लखा, दूरल्या, सचिन,सुमित,रोहन सहित अनेक छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

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