" जब 1 साल का बाबू मास्क लगाकर बाजार जाने की जिद्द करता है, तो आप तो बड़े होकर क्यो नही समझते मास्क लगाना"
गजेन्द्र माहेश्वरी
नीमच :- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर महाविनाशकारी रही इसने कितने घर परिवारो को उजाड़ दिया किसी की मांग का सिंदूर तो किसी किसी की गृहणी किसी की बहन किसी का भाई छीन लिया कई बच्चों को अनाथ और लावारिस बना दिया सरकार, जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन चिल्ला चिल्लार करोड़ो रुपयो की प्रचार प्रसार में बर्बादी करने ,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,प्रिंट मीडिया और शोशल मीडिया लोगो को हर प्रकार से जागृत कर तक तक गयी और अब अनलॉक हो गया इतना सब कुछ तबाह बर्बाद होने और इंसानों को खोने के बाद भी आज इन्सानो में सुधार नही वही बगैर मास्क शहर,गांव,नगर ,ग्रामो में खुलेआम विचरण करते नजर आ रहे है।
जब 1 साल का मासूम बाबू बाजार जाने के लिए मास्क लगाकर जाना जरूरी समझता है तो आप तो बाबू से बड़े और समझदार हो,इसलिए तीसरी लहर को मत आमंत्रित कीजिये और मास्क जरूर लगाएं और दो गज की दूरी बनाए। कोरोना महामारी से खुद को परिवार और मिलने वालों को बचाये ऒर समझदार होने का परिचय जरूर दे,डोफनई में डोबा मत खोवो यह कहावत है समझो।
0 Comments