मनासा के अल्हेड गांव में क्या हो रहा है एक के बाद एक दर्जन मौतें ग्रामीण दहशत में What's happening in Alhead village of Manasa, a dozen deaths in rural panic

मनासा के अल्हेड गांव में क्या हो रहा है एक के बाद एक दर्जन मौतें ग्रामीण दहशत में

                गजेन्द्र माहेश्वरी

 नीमच :- कोरोना संक्रमण के चलते जहां एक और जिले में रोजाना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर रोजाना कई संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान मौत भी हो रही है लेकिन जिले में एक ऐसा गांव है जहां बीती 1 अप्रैल से अभी तक कुल 19 मौत होने के मामले सामने आए हैं।  एक ही गांव में इतनी मौतें होना हैरान कर देने वाली बात तो है लेकिन यह सच है, नीमच जिले के मनासा तहसील के गांव अल्हेड कि यहां बीती 1 अप्रैल से अब तक 19 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। इस घटनाक्रम को लेकर जब गांव के सचिव मनोहर शर्मा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि बीती 1 से 22 अप्रैल यानी कि आज तक कुल 19 लोगों की मौत हुई है। जिसमें से चार लोग कोरना से संक्रमित थे और उनका अंतिम संस्कार भी कोरोना गाइडलाइन के तहत ही किया गया,

नीमच :- कोरोना संक्रमण के चलते जहां एक और जिले में रोजाना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर रोजाना कई संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान मौत भी हो रही है लेकिन जिले में एक ऐसा गांव है जहां बीती 1 अप्रैल से अभी तक कुल 19 मौत होने के मामले सामने आए हैं।  एक ही गांव में इतनी मौतें होना हैरान कर देने वाली बात तो है लेकिन यह सच है, नीमच जिले के मनासा तहसील के गांव अल्हेड कि यहां बीती 1 अप्रैल से अब तक 19 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। इस घटनाक्रम को लेकर जब गांव के सचिव मनोहर शर्मा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि बीती 1 से 22 अप्रैल यानी कि आज तक कुल 19 लोगों की मौत हुई है। जिसमें से चार लोग कोरना से संक्रमित थे और उनका अंतिम संस्कार भी कोरोना गाइडलाइन के तहत ही किया गया,


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 अन्य लोगों की मौत के संबंध में सचिव शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोगों का उपचार बीमार होने के चलते हैं प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था तो कुछ ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज थे जिनकी गांव में ही बीमार होने के चलते ही मौत हुई ऐसे मैं गांव में ही रीति रिवाज के तहत उनका अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन इस दौरान भी करोना गाइडलाइन का पालन करते हुए शव यात्रा मैं चंद लोग शामिल हो रहे हैं। साथ ही सेनीटाइजर और मास्क का उपयोग भी किया जा रहा है।

 सचिव मनोहर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में एसडीएम मनीष जेन, तहसीलदार मनोहर वर्मा और मनासा थाना प्रभारी के. एल.डांगी ने भी गांव का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से कोरोना के नियमो का पालन करने की अपील की और उन्हें समझाइश दी। साथ ही यह यहां टीकाकरण, सैनिटाइजर का छिड़काव और आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया जा रहा है।

 अब अन्य लोगों की मौत होने के बाद उनका रीती रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया है तो क्या यह माना जाए कि उनका मौत सामान्य है या वह उनकी मौत भी सन्स्पेक्टेड है। गांव में एक के बाद इतनी मौतें होने के बाद ग्रामीणों में कहीं ना कहीं दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है।

 बीते 24 घंटे में 5 की मौत

 सचिव मनोहर शर्मा ने यह भी बताया कि बुधवार को गांव में दो लोगों की मौत हुई थी। जिसके बाद आज अल सुबह 3 और मौतें गांव में हुई। उन्होंने बताया कुल 5 मौत हुई है।

क्या गांव रेड जोन हो सकता है घोषित:-

 जिले के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी करोना का संक्रमण तेजी से फैलता दिखाई दे रहा है। रोजाना मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे में गांव अल्हेड में 22 दिनों में 19 लोगों की मौत होना भी एक चिंता का विषय है। अगर आने वाले दिनों में इस गांव में मौत का सिलसिला इसी प्रकार चलता रहा तो यह माना जा सकता है कि आने वाले दिनों में इस गांव को कहीं रोहित झोन घोषित ना कर दिया जाए ....?

गांव में कैंप, आयुर्वेदिक दवा और सेनेटाइजर का छिड़काव :-

आपको बता दें कि जानकारी में सामने आया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए गांव में टीकाकरण कैंप का आयोजन किया जा रहा है, साथ ही ग्रामीणों को आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा पूरे गांव में रोजाना सैनिटाइजर का छिड़काव भी किया जा रहा है।

 इनका कहना 

जिन लोगों को मौत कोविड-19 से नही हुई उनका अंतिम संस्कार तो गांव में ही होगा और जिन लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई उनका अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइन के तहत किया जाएगा। साथ ही जो अन्य बुजुर्ग है,जिनकी मौत कोरोना से नहीं हुई उनका गांव में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहां कुल कितनी मौतें हुई है। इसका आंकड़ा गांव के सचिव के पास ही रहता है। पॉजिटिव अधिकतर आते जैसे उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा के जिनकी मौत होती है, उनका अंतिम संस्कार तो नीमच में ही हो जाता है। और अगर यहां भी लाते हैं तो कोविड गाइड लाइन के तहत उनका अंतिम संस्कार होता है।

 मनोहर लाल वर्मा तहसीलदार मनासा नान कोविड लोग हो सकते हैं :-

 अब कोई मृत्यु पर प्रतिबंध थोड़ी था, सामान्य मृत्यु तो हो ही रही थी। अपना प्रोटोकॉल क्या होता है कि अपने यहा पॉजिटिव केश रहते हैं या अपने यहां अस्पताल में भर्ती मरीज रहते है उनका प्रोटोकॉल है हर गांव गांव में थोड़ी अपने प्रोटोकॉल का फॉलो कर पाएंगे। अगर ऐसा उन्हें लगता है कि कोविड से है तो कोविड का प्रोटोकाल होना चाहिए :-

 महेश मालवीय सीएमएचओ जिला अस्पताल नीमच

आप लोग से यह अपील है कि आप शासन-प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए सैनिटाइजर का उपयोग करें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और और जब आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकले यह खबर केवल आप लोगों को सचेत रहने के लिए ही प्रसारित की गई है ताकि आप लोग अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकले जिसके चलते आपको या आपके परिवार को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े। सतर्क रहें सचेत रहे जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को सहयोग करे।

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