कोरोना से बचने के लिए प्रशिक्षक द्वारा चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
मास्क लगाना समझदार व्यक्ति की पहचान
पन्ना ग्राम मैं आरकेएसके की जागरूकता बैठक के दौरान कोरोना से बचाव हेतु वैक्सीनेशन लगवाने के लिए जागरूकता तथा दीवार लेखन करवाया जा रहा है प्रशिक्षक करण सिंह के द्वारा ग्राम में जाकर लोगों को वैक्सीनेशन ,रजिस्ट्रेशन के साथ उन्हें वैक्सीनेशन केंद्र तक पहुंचाया जा रहा है !वही आज ग्राम विजिट में जाकर प्रशिक्षक के द्वारा साथिया को अवगत कराया कि जिले में कोरोना का संक्रमण अधिक होने के कारण अपने ग्राम में वैक्सीनेशन एवं मास्क लगाने से संबंधित जागरूकता अपने स्तर से करते रहे ! लॉकडाउन का पालन करे तथा जागरूकता अभियान चलाएं घर में रहे सुरक्षित रहें समस्त किशोरों से बैठक के दौरान यह चर्चा की गई वहीं ग्राम के लोगों से कोरोना संक्रमण रोकधाम हेतु अपने क्षेत्र अनुसार लॉकडाउन कर्फ्यू का पालन करें साथ में जो ग्रामों में मांस्क का प्रयोग नहीं हो रहा है! उनसे बात ना करें उन्हे समझाए मास्क नहीं तो बात नहीं !
पानी के लिए त्राहि त्राहि कर रहे ग्रामीण, प्रशासन बेखबर
वही इस संबंध में प्रशिक्षक करण सिंह के द्वारा समस्त किशोरों से चर्चा करते हुए समझाया कि आम दिनचर्या की आवश्यक वस्तुओं की बेहद जरूरत पर ही घर से निकले ,दरवाजे से बाहर निकले तो मास्क को लगाकर निकले ,घर आकर ही मास्क उतारे,भीड का हिस्सा मत बने,सोशल डिस्टेंस का पालन करें , घर आते ही हाथ धोयें , गुनगुने पानी में नमक हल्दी डालकर गरारे करें रात में गर्म पानी पियें ,भाप सुबह शाम ले , इस संकट में अब अपनी सुरक्षा इसलिये जरूरी है आपका परिवार आपकी जरा सी लापरवाही से खतरे में पड सकता है , अपनी सुरक्षा से परिवार की सुरक्षा है, समाज की सुरक्षा है , राष्ट्र की सुरक्षा है और कोरोना को भारत से भगाने का मूलमंत्र है।
मरीजों की बढती संख्या तथा मौत के तांडव से हर दिल दहल रहा है। किसी से अपेक्षा नहीं की जा सकती हर व्यक्ति को अपनी जान की परवाह है।मेरा आग्रह है जीवन सुरक्षित रहेगा तो संसार सागर की हर भौतिक सुख सुविधाओं का लुत्फ उठाया जा सकता है।कष्ट तो भगवान श्रीराम सीता जी और श्रीकृष्ण ने भी भोगे है।बिना कष्ट और दुख के जीवन नहीं चल सकता।भगवान श्रीराम ने सावधानी और सतर्कता तथा चतुरायी से राक्षसों का संहार कर मोक्ष दे दिया।भगवान तो भगवान है रावण को हनुमानजी ही निपटाकर चले आते और सीताजी को ले आते ।मगर अनुशासन था।जितना काम सौपा गया उतना ही किया।हमे रामचरितमानस से संकट के दौर में यह सीख मिलती है।हमें मास्क सोशल डिस्टेंस और घर से नहीं निकलने का काम सौपा गया है इसके अतिरिक्त न करें तभी हम इस कोरोना संकट से उबर सकते है।
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