नगरीय निकायों में व्यापम से पद पूर्ति करने का क्या औचित्य

 नगरीय निकायों में व्यापम से पद पूर्ति करने का क्या औचित्य 

नगरीय निकायों में जिला चयन समिति से ही पद पूर्ति कर स्थानीय लोगो को रोजगार दिया जावे उन्हें व्यापम के नाम पर बेरोजगार न किया जावे,वोट तो स्थानीय स्तर पर नगरीय निकायों को देते है तो नोकरी पाने का अधिकार से क्यो वंचित किया जा रहा है यह व्यापम का खेल बन्द करे अन्यथा....?

               गजेन्द्र माहेश्वरी

नीमच :- नगरीय निकायों में रिक्त पदों की पूर्ति जिला चयन समिति के माध्यम से ही कि जावे।

नगरीय निकायों में पद पूर्ति हेतु संचालनालय नगरीय प्रशासन एंव विकास मध्यप्रदेश भोपाल ने पत्र क्रमांक शाखा-एक/स्थापना/न.पा.परिषद/ peb/21-22/6630 भोपाल दिनांक 27/03/2021सेनगर पालिका परिषदो/नगर परिषदो में आदर्श कार्मिक संरचना के अनुसार वर्ष 2021-22 में सीधी भर्ती के रिक्त पदों की पूर्ति प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड(peb) के माध्यम से करने के सम्बंध में मध्यप्रदेश की समस्त निकायो से आदर्श कार्मिक सरंचना 2014 में सीधी भर्ती के दिये गए पदों की जानकारी मय प्रेसिडेंट कौंसिल के प्रस्ताव सहित चाही गई है।

नगरीय निकायों में सीधी भर्ती के रिक्त पदों की पूर्ति हेतु सम्भागीय स्तर पर जिला चयन समितियां बनाई गई है पूर्व में नगरीय निकायों में जिला चयन समितियों के माध्यम से ही सीधी भर्ती की जाती थी जिसके चलते सम्बन्धित जिले के बेरोजगार युवक को नगरीय निकाय में नोकरी मिल जाती थी जब से व्यापम के तहत नगरीय निकायों में रिक्त पदों की पूर्ति होने लगी तब से स्थानीय ओर जिले के बेरोजगार युवकों को नगरीय निकायों में नोकरी नही प्राप्त होकर व्यापम के माध्यम से अन्य संभागो के लोगो को नगरीय निकायों में नोकरी प्राप्त हुई और स्थानीय व जिला स्तर पर युवक बेरोजगारी में घर बैठे है।

नगरीय प्रशासन एंव विकास विभाग ने 2 वर्ष पूर्व सहायक ग्रेड 3 के सेकड़ो पदों की पूर्ति व्यापम से की थी और कुछ तो 2 वर्ष की परिवीक्षा अवधि पूर्ण करने के पहले ही अपना स्थानांतर गृह जिले ओर अपनी मन चाही जगह करवाकर चले गए और कुछ परिवीक्षा अवधि समाप्त होने का इंतजार कर रहे है,सहायक ग्रेड 3 के कर्मियों का स्थानांतरण होने से प्रदेश की कई निकायो में सहायक ग्रेड 3 के पद पुनः रिक्त हो गए उन पर पद भरे होने के कारण पुनः नवीन नियुक्ति नही की जा सकती केवल स्थानांतर होने पर ही वह पद भरे जायेगे तो ऐसे में नगरीय निकायों में व्यापम से पद भरने का क्या औचित्य है ?

सबसे पहले प्रदेश की नगरीय निकायों में सहायक ग्रेड 3,सहायक लेखापाल ओर जो भी पद नगरीय प्रशासन विभाग ने व्यापम से भरे है उनकी जानकारी प्राप्त की जावे तो पद जो व्यापम से नगरीय निकायों में भरे गये है उन नगरीय निकायों की आज पद खाली होने से क्या हालत है पता लगावे!

प्रदेश की नगरीय निकायों में पूर्वानुसार जिला चयन समिति के माध्यम से ही आदर्श कार्मिक सरंचना के सीधी भर्ती के रिक्त पदों की पूर्ति की जावे प्रदेश के सभी जिलों में हजारो बेरोजगार पढ़े लिखे युवक घर पर बैठे है फिर अन्य जिलों ओर अन्य सम्भाग के लोगो को अन्य जगह नोकरी देकर ओर फिर उनका स्थानांतर कर क्यो बेवजह नगरीय निकायों को उनके हाल पर छोड़ा जा रहा है और सम्बन्धित जिले के लोगो को क्यो बेरोजगार को बेरोजगारी भुगतने के लिए छोड़ा जा रहा है ।

नगरीय निकायों में रिक्त पदों की पूर्ति जिला चयन समिति के माध्यम से ही कि जाकर स्थानीय व सम्बन्धित जिले के बेरोजगार युवकों को स्थानीय स्तर व जिले में नोकरी करने का अवसर दिया जाय अन्यथा व्यापम भर्ती के खिलाफ अगर कोई आंदोलन होगा तो समस्त जवाबदेही प्रशासन की होगी।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी व्यापम भर्ती का पुरजोर विरोध करना चाहिये क्योंकि व्यापम भर्ती से स्थानीय बेरोजगार युवकों को नोकरी का मौका नही मिलेगा वही अन्य जिलों ओर सम्भाग से आये लोग अपना स्थानांतर करवा कर अपने गृह जिले ओर सम्भाग में चले जायेंगे और स्थानीय निकाय पुनः पद विहीन तो होगी और स्थानीय लोगो को रोजगार भी नही मिलेगा, इसलिए मध्यप्रदेश शाशन से नगरीय निकायों में जिला चयन समिति के माध्यम से ही रिक्त पदों की पूर्ति करने व वर्षो से जो नगरीय निकायों में कार्यरत लोगो को स्थायी होने का मौका दिए जाने की मांग की जावे।

Post a Comment

0 Comments