वर्ष 2024 की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत संपन्नLast National Lok Adalat of the year 2024 concluded

लोक अदालत में हुए आपसी समझोते से वैमनस्यता समाप्त होती है संबंध मधुर बने रहते- न्यायाधीश अजय उइके

 वर्ष 2024 की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत संपन्न

जयेश पटेल दबंग देश



खेतिया/आपसी समझोतो से निराकरण हुए प्रकरणों के चलते परस्पर सामन्जस्य को बढ़ावा मिलता है जिसके चलते परस्पर सम्बन्धो की कटुता में कमी आती है वही सुलभ तरीके से न्याय प्राप्त हो जाता है उक्त बात न्यायाधीश अजय उइके में न्यायालय परिसर खेतिया में लोक अदालत के शुभारंभ के अवसर पर कही। 

  वर्ष 2024 की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ न्यायालय परिसर खेतिया में न्यायाधीश अजय उइके ने नायब तहसीलदार राजाराम रानाडे, नगर निरीक्षक खेतिया सुरेंद्र कनेश, थाना प्रभारी निवाली रामकृष्ण लौवंसी मुख्य नगर पालिका अधिकारी पानसेमल रामप्रसाद भावरे,अभिभाषक दिनेश जोशी, कपिल शाह ,संजय पंडित, मनोज वर्मा ,जमीर मंसूरी,भगवान गवले,गौरव सोनी ,सचिनपाटिल, संजय पटेल ,शिखा गोरे,कैलाश सिरसाट,मनीष आशर्मा,सामाजिक कार्यकर्ता राजेश नाहर, भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ़ बड़ोदा, बैंक ऑफ़ इंडिया, नर्मदा मालवा ग्रामीण बैंक के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ न्यायिक कर्मचारीयो नप कर्मचारी व बड़ी संख्या में उपस्थित पक्षकारों, पत्रकारों की उपस्थिति में मां सरस्वती व महात्मा गांधी के चित्र के सम्मुख पूजा अर्चना कर माल्यार्पण कर किया।

 न्यायाधीश उइके ने भाई -भाई, पति- पत्नी अथवा पारिवारिक विवादों को लेकर स्वयं दोनों ही पक्षों से बातचीत कर उन्हें समझाइश दी । न्यायाधीश द्वारा मध्यस्थता करते हुए परस्पर राजीनामा कर सुलझाये प्रकरणों के बाद पक्षकारों को एक-एक पौधा भी भेंट किया ।न्यायाधीश की समझाइश के बाद भाभी ने देवर को माफ किया,वही जमीन को लेकर हुए विवाद में निर्मित आपराधिक मामले में भाई भाई एक होकर साथ गए वही कुछ समय से अलग अलग रह रहे पति पत्नि भी एक साथ होकर ख़ुशी से घर लौटे।

न्यायालय खेतिया में आज संपन्न हुई लोक अदालत में 20 आपराधिक प्रकरणों का निराकरण होने पर 121 पक्षकार व चेक बाउंस के 2 प्रकरणों के निराकरण से 4 पक्षकारों को लाभान्वित करते हुए 258130 ₹- की रकम का सेटलमेंट हुआ।दीवानी एक प्रकरण में निराकृत होकर 4 पक्षकार लाभान्वित हुए व 468669 ₹- का सेटलमेंट हुआ।विविध प्रकार के 1 प्रकरण में 3 पक्षकार लाभान्वित हुए।

वही बैंक,नपव राजस्व के160 प्रकरणों का आपसी समझते से निराकरण करते हुए 1992707 ₹-की वसूली के साथ 227 लोगो लाभान्वित हुए

लोक अदालतों के चलते आम जनों के समक्ष न्यायाधीश द्वारा परामर्श करने से अदालतों के प्रति विश्वास बढ़ा है वही आपसी सामंजस्य व समझौते से आमजन के लिए सुलभ न्याय को लेकर लोक अदालत की परिकल्पना साकार होती दिखाई दे रही। बड़ी संख्या में पक्षकारों की उपस्थितियों में आज 2024 की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत संपन्न हुई।

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