मां नर्मदा महाविद्यालय धामनोद में "कैंपस टू कॉरपोरेट" विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन।
धामनोद से संवाददाता सोभाग प्रजापति
मां नर्मदा महाविद्यालय धामनोद में "कैंपस टू कॉरपोरेट" विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री हर्षल भागवत, लाइफ कोच एवं कॉरपोरेट स्पीकर आईईएस मैनेजमेंट कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर मुंबई एवं अतिथि श्री गिरीश भाटी प्लेसमेंट ऑफिसर एमिटी यूनिवर्सिटी इंदौर महाविद्यालय निदेशक डॉ मनोज नाहर, निदेशिका श्रीमति रीना नाहर, प्राचार्या डॉ अभिलाषा अष्ठाना द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर किया गया।
मुख्य अतिथि श्री हर्षल भागवत ने अपने व्याख्यान में बताया कि कैंपस से कॉरपोरेट तक की यात्रा न केवल ज्ञान का विस्तार है, बल्कि जीवन में पेशेवर और व्यक्तिगत विकास का सफर भी है।कॉरपोरेट दुनिया में सफलता के लिए केवल तकनीकी ज्ञान पर्याप्त नहीं है, इसके लिए व्यावहारिक अनुभव और सॉफ्ट स्किल्स का होना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।कॉलेज में जो कुछ सीखा जाता है, वही कॉरपोरेट की चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है, लेकिन सफलता उन लोगों को मिलती है जो नए परिवेश में भी निरंतर सीखते रहते हैं। श्री गिरीश भाटी जी ने अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों को कॉरपोरेट जगत से संबंधित खूबियां विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि आज का युग कॉरपोरेट युग है जीवन का प्रत्येक आयाम में कॉरपोरेट दुनिया अपना प्रभाव डाल रही है। निदेशक डॉ नाहर ने अपने संबोधन में कहा कि कैंपस टू कॉरपोरेट जैसे विषय विद्यार्थियों को वास्तविक दुनिया से जोड़ते है, इसके माध्यम से विद्यार्थी को शिक्षा का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होता है। श्रीमति नाहर ने विद्यार्थियों को संबोधन कर कहा कि कॉरपोरेट जगत व्यक्ति को शून्य से शिखर तक ले जाने में सहायक है, आज कल के प्रतियोगितापूर्ण वातावरण में कॉरपोरेट जगत योग्य उद्यमियों के लिए उचित साधन बना हुआ है ऐसे में इसमें करियर के आयाम खोजना आधुनिकता का प्रतीक है। प्राचार्य डॉ अष्ठाना ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वास्तविक शिक्षा वह है जो अभ्यर्थी को आत्मनिर्भर बनाए, व्यक्ति से समाज और समाज से राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता प्राप्त होती है वर्तमान परिवेश में कॉरपोरेट जगत में व्याप्त करियर ऑप्शन की तलाश करना विद्यार्थियों के आत्मनिर्भर होने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम का संचालन प्रो नीलम नाइक एवं आभार
प्रो. लोकेंद्र चौहान द्वारा व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के दौरान विशेष सहयोग प्रो. दिनेश नायडू, प्रो. राखी पंवार, प्रो. सौरभ पाटीदार, प्रो. अतुल बंसल का रहा।
0 Comments