मध्य प्रदेश को रेलवे की बड़ी सौगात, उज्जैन को झालावाड़ से जोड़ने वाली रेल लाइन को मिली मंजूरी
दबंग देश / मनोज कुमार माली
सुसनेर। उज्जैन-आगर, सुसनेर, सोयत होते हुए रामगंजमंडी रेल मार्ग को शुरू किए जाने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के पूर्व भी सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु भावसार ने पूरे जिले में अभियान चलाकर 5 हज़ार पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उज्जैन रामगंजमंडी एवं शामगढ़ हरदा रेलवे लाईन की मांग को लेकर स्कूली बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों,
महिलाओं एवं अन्य संस्थाओं के माध्यम से पीएमओ कार्यालय नईदिल्ली भेजे थे। वही अभी हाल के विधानसभा चुनाव के समय भी प्रचार में आये तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से भी मंच पर उक्त रेलवे लाईन की मांग की गईथी।
जिस पर गृहमंत्री अमित शाह ने उज्जैन रामगंजमंडी रेलवे लाईन के लिए 2 हज़ार करोड़ की लागत से डाले जाने की एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा भी शामगढ़ रेलवे लाईन की 45 वर्ष पुरानी फाईल खुलवाने की बात कही थी।
परन्तु जनता के इन प्रयासों एवं जन प्रतिनिधियों के द्वारा भी इन मांगों को उठाये जाने के परिणामस्वरूप अब इन मांगों को सरकार से हरी झंडी मिल गई है और इसके डीपीआर के लिए राशि की भी मंजूरी मिल गई है।
चुनावी साल में मध्य प्रदेश और राजस्थान को रेल मार्ग से जोड़ने की महत्वपूर्ण मांग को मंजूरी मिल गई है। अब मध्य प्रदेश के उज्जैन को राजस्थान के झालावाड़ को आगर-सुसनेर मार्ग के जरिए रेल मार्ग से जोड़ने की डीपीआर बनेगी। इसके बाद इस योजना को धरातल पर लाया जाएगा। डीपीआर के लिए केंद्रीय रेल मंत्रालय ने 4 करोड़ 75 लाख रुपये की मंजूरी दे दी है।
उज्जैन से आगर के बीच चलती थी रेल
डीपीआर बनने के बाद सालों पुरानी इस मांग को पूरा करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। धार्मिक नगरी उज्जैन से आगर के बीच कई दशक पहले रेल चलती थी। नेरो गेज लाइन को धीरे-धीरे बंद कर दिया गया। उज्जैन सांसद और जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आम लोगों की मांग पर एक बार फिर उज्जैन नगर के बीच रेल लाइन का सपना पूरा होता दिख रहा है।
उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि उज्जैन-आगर, सुसनेर, सोयतकलां, झालावाड होते हुए रामगंजमंडी रेल मार्ग को शुरू किए जाने की मांग लंबे समय से उठाई जा रही थी। उज्जैन से आगर होते हुए झालावाड़ की दूरी नए रेल मार्ग से काफी कम हो जाएगी।
इस के निर्माण को के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की गई थी। सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल लाइन को मंजूरी दे दी है। इसके लिए अभी डीपीआर बनाई जाएगी। डीपीआर के लिए सरकार ने 4 करोड़ 75 लाख रुपये दे दिए हैं।
नए रेल यातायात से होंगे यह फायदे -
उज्जैन से आगर, सुसनेर, सोयतकलां होते हुए झालावाड़ के बीच नई रेल मार्ग से आवागमन के साथ कई अन्य फायदे भी होने वाले हैं। सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु भावसार के मुताबिक उज्जैन से आगर, सुसनेर, सोयत के लिए फिलहाल रेल मार्ग नहीं है।
यह रेल मार्ग शुरू हो जाने से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा मिलेगी। इसके अलावा उज्जैन से झालावाड़ के बीच दूरी भी काम हो जाएगी। अभी नागदा होते हुए झालावाड़ जाना पड़ता है। नागदा में रेल का इंजन भी बदलता है, जिसमें लगभग 30 मिनट का वक्त लगता है। इस रेल मार्ग के शुरू होने से बुनियादी सुविधाओं का विकास भी होगा।
ऐसा माना जाता है कि जहां पर रेल यातायात विकसित होता है, उस स्थान पर तेजी से विकास होता है. रेल मार्ग बनने से स्टेशन और अन्य कई निर्माण कार्य होते हैं, जिससे रोजगार के साथ बुनियादी सुविधाओं का विकास भी तेजी से होता है। व्यापारिक सामग्री का आदान-प्रदान भी सस्ता हो जाता है। वर्तमान स्थिति में उज्जैन से आगर के बीच रेल मार्ग के जरिए आवागमन नहीं है। वही पूरे आगर जिले में कहीं भी रेल यातायात नहीं है।
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