पीएफआई पर बैन लगाकर मोदी जी ने देश-विरोधी गतिविधियों को जड़ से खत्म किया-अमित शाह By banning PFI, Modi ji rooted out anti-national activities - Amit Shah

पीएफआई पर बैन लगाकर मोदी जी ने देश-विरोधी गतिविधियों को जड़ से खत्म किया-अमित शाह 

छिंदवाड़ा। बीते 9 सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन में पीएफआई जैसे दुर्दांत देशद्रोही संगठन को एक ही झटके में प्रतिबंधित कर देश से आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का अभूतपूर्व काम किया गया है। अमृतकाल में यह तय हो चुका है कि देश में किसी भी आतंक के लिए कोई जगह नहीं है। 

पीएफआई पर बैन लगाकर मोदी जी ने देश-विरोधी गतिविधियों को जड़ से खत्म किया-अमित शाह By banning PFI, Modi ji rooted out anti-national activities - Amit Shah


   भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता अमित शाह ने छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव में रैली को संबोधित करते हुए कमल नाथ पर जमकर निशाना साधा और 'तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा' वाली कहावत का उदाहरण दिया। श्री शाह ने स्पष्ट किया कि, परिवार के लिए राजनीति करने वाली पार्टी कभी देश का भला नहीं कर सकती। अमित शाह ने कहा कि,

कौन नहीं जानता कि मोजर बेयर घोटाला, अगस्ता बेस्ट लैंड घोटाला, इफको घोटाला, किसान कर्ज माफी घोटाला, गेहूँ बोनस जैसे सारे घोटाले कमलनाथ से जुड़े हुए हैं। मध्य प्रदेश में पहले दिग्विजय सिंह लूट मचाते थे और अब कमल नाथ मचा रहे हैं। इस साल मध्य प्रदेश सहित देश की जनता तीन दिवाली मनाने वाली है। एक दिवाली के दिन, दूसरी मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनेगी तब और तीसरी दिवाली तब मनेगी, जब 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री मोदी के कर कमलों से भगवान श्री रामलला के मंदिर का उद्घाटन होगा।

पिछले 9 सालों में मोदी जी के नेतृत्व और अमित शाह के मार्गदर्शन में एक से बढ़कर एक काम हुए हैं। चाहे राम मंदिर के निर्माण की बात हो, चाहे धारा-370 हटाकर कश्मीर में शांति स्थापित करना हो, चाहे तीन तलाक को समाप्त कर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाना हो, चाहे सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के जरिए दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब देना हो, चाहे चंद्रमा पर चंद्रयान 3 भेजकर भारत को नई वैश्विक पहचान दिलानी हो, चाहे नई संसद भवन का निर्माण कर गुलामी की निशानी से आजादी दिलानी हो, चाहे नारी शक्ति के उत्थान के लिए एक तिहाई आरक्षण देना हो, हर क्षेत्र में देश के गौरव को बढ़ाने में मोदी-शाह की जोड़ी ने कोर-कसर नहीं छोड़ी। 

कांग्रेस के जमाने में जल, जंगल और जमीन की बात होती थी, लेकिन अब जल, जंगल, जमीन के साथ सुरक्षा, सम्मान और समावेशी विकास की बात होती है। आजादी के बाद दशकों तक किसी भी सरकार ने राष्ट्रपति के पद पर आदिवासी को नहीं बैठाया, लेकिन मोदी-शाह की जोड़ी ने एक गरीब आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मू को महामहिम राष्ट्रपति का दर्जा देकर आदिवासी समाज को सम्मान देने का काम किया है। शाह की नीतियों से अमृतकाल में मध्य प्रदेश में कमल की जीत के साथ-साथ 2024 में एक बार फिर मोदी जी का प्रधानमंत्री बनना तय है।

भारतीय जनता पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसके अंदर सबसे ज्यादा आदिवासी नेता, विधायक और मंत्री हैं।

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