छात्रावास से 4 किमी का पैदल सफर कर स्कूल पहुँच रही छात्राएं, वाहन सुविधा की मांग Girls reaching school after walking 4 km from hostel, demand for vehicle facility

 छात्रावास से 4 किमी का पैदल सफर कर स्कूल पहुँच रही छात्राएं, वाहन सुविधा की मांग


पाटी ब्लॉक के बुदी का मामला, मॉडल, उत्कृष्ट व कन्या हायर सेकेंडरी की छात्राएं पत्थरीले रास्ते से कर रही सफर

पाटी ब्लॉक के ग्राम बुदी में पहाड़ी रास्ते से पैदल स्कूल जाती छात्राएं।


पाटी से दिपक मालवीया -

ग्राम बुदी के पटेल फल्या के पहाड़ी क्षेत्र में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का बड़ा भवन बनाया गया है। उसके पास में ही कस्तुरबा वनवासी छात्रावास के साथ बालक-बालिकाओं का पोस्ट मैट्रिक छात्रावास बनाया गया है। इन छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं की स्कूल 4 किमी दूर ग्राम बुदी व पाटी में है। छात्राओं को पहाड़ी के पथरीले रास्ते से आना-जाना करके स्कूल पहुंचना पड़ता है। थकान से होने से छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है।

ग्राम बुदी के पटेल फल्या के पहाड़ी क्षेत्र में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का बड़ा भवन बनाया गया है। उसके पास में ही कस्तुरबा वनवासी छात्रावास के साथ बालक-बालिकाओं का पोस्ट मैट्रिक छात्रावास बनाया गया है। इन छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं की स्कूल 4 किमी दूर ग्राम बुदी व पाटी में है। छात्राओं को पहाड़ी के पथरीले रास्ते से आना-जाना करके स्कूल पहुंचना पड़ता है। थकान से होने से छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित होती है।


यहां रहने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए 4 किमी का पैदल सफर करना पड़ रहा हैं। करोड़ों रुपए के भवन बनाने के बाद जिम्मेदारों ने मुख्य मार्ग से सिर्फ डेढ़ किमी का पहुंच मार्ग बनाने का कार्य नहीं किया। छात्राओं को रोजाना पैदल सफर कर स्कूलों तक आना-जाना करना पड़ता हैं। नए भवन में एकलव्य आवासीय स्कूल में रहने वाले 357 विद्यार्थियों को वहीं रहकर पढ़ने की सुविधा मिल रही है लेकिन कस्तूरबा वनवासी आश्रम व प्री-मेट्रिक छात्रावास में रहने वाली 150 छात्राओं को 4 किमी का सफर करके स्कूल पहुंचना पड़ रहा हैं। इन छात्रावासों में रहने वाली छात्राएं बुदी गांव में स्थित उत्कृष्ट स्कूल, पाटी के बोकराटा रोड पर स्थित माॅडल स्कूल व गंधावल रोड स्थित कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल तक जाना पड़ता है। पहुंच मार्ग पथरीला व उबड़-खाबड़ है। छात्राओं को आने-जाने में दो घंटे का समय लगता है। छात्राओं ने पहुंच मार्ग बनवाने सहित वाहन की सुविधा देने या साइकिल दिलाने की मांग की हैं।

3 बार पत्र लिखा था, फिर से लिखकर समस्या का करवाएंगे निराकरण

कस्तूरबा गांधी सीनियर बालिका छात्रावास शिक्षा विभाग से संचालित होता है। यहां कि बालिकाएं मॉडल स्कूल पाटी में पढ़ने जाती है। सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें स्कूल छोड़ने और वापस लाने के लिए चौकीदार उनके साथ जाते हैं। रोड की समस्या का निराकरण करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 3 बार पत्र दिए हैं। सोमवार को फिर से वरिष्ठ कार्यालय को पत्र लिखा जाएगा।- राजश्री पंवार, बीईओ, पाटी

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