आत्मा को परमात्मा मान सकल संघ की चरण वंदना की
देवास। श्री आदेश्वर जैन प्राचीन मंदिर देवास में पहली बार अनूठा आयोजन हुआ। पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के अंतिम क्षमापना दिवस पर श्रीसंघ के सामूहिक क्षमापना पर्व पर आयोजित स्वामीवात्सल्य में पधारें संघ के सभी छोटे बड़े सदस्यों की आत्मा को परमात्मा मानकर हुकमचंद, सुरेंद्रकुमार, नरेंद्रकुमार, छोगालाल जी जैन परिवार ने चरण पक्षाल कर उन्हें वंदन किया। कार्यक्रम में सबसे पहले सबसे पहले सभी के पैर को गुलाब युक्त जल से धोये गये फिर प्रितेश सोनाली जैन व सचीन रचिता जैन ने मिश्रित दूध से चरण पक्षाल किया वही तीसरे क्रम में आईजा जीवदया प्रेमी रिंकेश मोनिका जैन व संदीप संगीता जैन ने जल का पक्षाल किया। चौथे क्रम में चरण का अंगुलच्छना अमित खुशबू जैन व शाश्वत जैन ने किया अंत में प्रेमलता जैन, किरण बाला जैन, अंजना जैन द्वारा बादले का तिलक लगाकर सबको सम्मानित भी किया।
आयोजन के विषय में आईजा जीवदया चेयरमैन रिंकेश जैन ने कहा कि जैन दर्शन में आत्मा को ही परमात्मा माना गया है जिसके चलते इस आयोजन से भविष्य के परमात्मा बनने वाली आत्मा को साक्षात नमन का सौभाग्य क़िस्मतवालों को नसीब होता है। इससे संघ में आगम के प्रति श्रद्धाभाव जागृत होते है व जिनेश्वर बनने की ऊर्जा का संचार होता है इसी लक्ष्य को लेकर इस भारतभूमि सहित सकल विश्व में यह पहला अकल्पनीय आयोजन सम्पन्न हुआ इस दौरान उन्होंने आयोजन में सहयोगी ट्रस्ट मंडल सहित सभी के प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त किया।
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