राजेश अग्रवाल ने बदला मिलावटी ठिकाना पर नियत नही पकड़ाया राजस्थान का भी ठिकाना
गजेन्द्र माहेश्वरी
नीमच :- नीमच जिला प्रशासन की मिलावटखोरों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद से मिलावटखोरों में हड़कंप मचा हुआ था। यहां के मिलावटखोरों में इस बात का डर था कि कहीं उनके खिलाफ भी कार्रवाई ना हो जाए ऐसे में कई मिलावटखोरों ने अपना ठिकाना बदला और सैफ साइट होकर राजस्थान में अपना ठिकाना बना लिया। इसका खुलासा शुक्रवार को हुई कार्रवाई में हुआ। साथ ही अवैध मिलावट खोर कारोबारी राजेश अग्रवाल ने मिलावट तो की है साथ ही ऐसी भी खबरें आ रही है कि सरकार को चूना लगाते हुए जीएसटी व मंडी कर चोरी की भी खबरें सामने आई है।
जिसके बाद प्रशासन ने इस पहलू पर भी जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा क्षेत्र के चरनलिया ब्राह्मण गांव में एक मकान के गोदाम में कोतवाली पुलिस और जिला स्पेशल टीम ने छापा मारा । यहां मिलावटी रंगों से धनिया की पॉलिसी जा रही थी। शुक्रवार देर रात तक कार्रवाई जारी रही। पुलिस ने मौके से 943 कट्टे बरामद कीए, जिसमें 340 क्विंटल 40 किलो धनिया था। जहां कार्रवाई में पता चला कि नीमच का एक व्यापारी 62 वर्षीय राजेश कुमार पुत्र फतेह लाल अग्रवाल मशीन की सहायता से धनिया पर मिलावटी रंगों से पालिश कर उन्हें चमका कर ऊंची कीमतों पर मार्केट में बेचने का काम करता है। राजेश अग्रवाल ने यहां मकान किराए पर ले रखा था। सूचना मिलने पर कोतवाली निम्बाहेड़ा पुलिस ने छापा मारा और 943 से अधिक कट्टे धनिये के मिले। सैंपल लेने के लिए फूड सेक्टर महेश सिहाग को भी बुलाया गया।
एसपी दीपक भार्गव के आदेश पर भदेसर डिप्टी अदिति चौधरी के निर्देशन पर थानाधिकारी हरेंद्र सिंह सोडा के नेतृत्व में उप निरीक्षक गोवर्धन सिह ने यह कार्रवाई की। पुलिस ने धनिया के सेम्पल लेकर गोदाम को सील कर दिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस पालिसी से धनिये की कीमत दोगुनी से भी अधिक हो जाती है कार्रवाई के दौरान कोतवाली पुलिस का जाप्ता भी मौजूद था। आरोपी ने बताया कि नीमच मध्यप्रदेश प्रशासन की व्यापारियों के खिलाफ काफी सख्त कार्रवाई कर रहे थे। इससे घबराकर वह मध्यप्रदेश - राजस्थान बोर्डर के पास के गांव में एक किराए का मकान ले लिया और इस बात का भी ध्यान रखा कि वह घर एकांत जगह पर हो। पुलिस का कहना है कि यह घर बाबूलाल धाकड़ निवासी चरलिया ब्राम्हण का है। मकान मालिक भी इस मामले में शामिल है या नहीं इस बात की जांच चल रही है।पुलिस ने बताया कि पुराने खराब धनिया गोदाम में 340 क्विंटल 40 किलो धनिया रखा हुआ था।
इसमें से केमिकल वाले 18 हजार 440 किलो धनिया थे, जबकि बिना केमिकल के 15 हजार 600 किलो थे। पुलिस ने यह भी बताया कि इस धनिये में सल्फर और अन्य केमिकल लगाकर मशीनों के सहायता से इन्हें नया रूप दिया जाता है। पॉलिश करने पर यह बिल्कुल नए धनिये जैसा लगता है। ग्राहकों को पता भी नहीं चलता है कि यह ओरिजिनल है कि कलर चढ़ा, ग्राहकों के इसके इस्तेमाल करने से जिंदगी खत्म हो सकती है। प्रारंभिक जांच में आरोपी राजेश ने बताया कि वह नीमच में काम करता था 2 महीने पहले ही प्रशासन की सख्ती के बाद राजस्थान में आकर यह मिलावट का काम करने लगा। यहां से एमपी, गुजरात और अन्य राज्यों में इसकी सप्लाई करता है। हालांकि जांच अभी भी जारी है। और यह भी पता किया जा रहा है कि माल कहां कहां भेजा जाता है...? पुलिस ने भादस की धारा 420,269, 272, 273,278, 283 में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दि।
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