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बेटी ही संपूर्ण संसार और परिवार में Daughter is the only thing in the whole world and family

बेटी ही संपूर्ण संसार और परिवार में साक्षात लक्ष्मी का स्वरूप होती है : पं. कमलेश

(अश्विन चोपड़ा दबंग देश)

 उज्जैन / समीपस्थ ग्राम दौलतपुर, झीतरखेड़ी और खेड़ा चितावलिया के मध्य स्थित अतीप्राचीन श्री डुण्डेश्वर महादेव देवनारायण महाराज मंदिर स्थित श्री डुण्डेश्वर महादेव देवनारायण महाराज मंदिर यज्ञ समिति के तत्वावधान में चल रही सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं रूद्र यज्ञ महोत्सव का रविवार को तृतीय दिवस रहा। हजारों की संख्या में श्रद्धालुजन श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने पहुंचे। सर्वप्रथम कथा के यजमान पवन आंजना ने अपने परिवार और मंदिर समिति सदस्यों को साथ लेकर श्री बाल- गोपाल कृष्णजी एवं व्यासपीठ का पूजन करते हुए कथावाचक संत कमलेश भईजी को तिलक लगाकर तृतीय दिवस कथा की शुरुआत की। कथा रोजाना दोपहर 12 से 03 बजे तक चलेगी।

 कथावाचक संत कमलेश भईजी ने श्रद्धालुओं को तृतीय दिवस कथा का श्रवण करवाते हुए बताया कि बेटी ही संपूर्ण संसार और परिवार में साक्षात लक्ष्मी का स्वरूप होती है। बेटी के बिना संपूर्ण संसार और परिवार अधूरा रहता है। जिसके परिवार में बेटी है, वह परिवार हमेंशा खुशहाली और सुख- समृद्धि से भरपूर रहता है। लेकिन आज के युग में बेटियों की भ्रुण हत्याएं की जा रही हैं, जो भी बेटियों को मार रहे है, वह मनुष्य बहुत बड़ा पापी हैं, और वह मनुष्य अपने जीवन में कभी सुखी भी नहीं रह सकता है। इस मौके पर श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष पं. राजेश जोशी, जिला महासचिव अश्विन चौपड़ा, दिपांशु जैन आदि ने व्यासपीठ का पूजन कर पं. कमलेश भईजी का आशीर्वाद प्राप्त किया।


अंचल के हजारों श्रद्धालुजनों ने बड़ी शांति और सद्भावना के साथ झुमते- गाते हुए कथा का श्रवण कर आनंद लिया। कथा समापन के उपरांत भागवत जी की आरती कर प्रसादी बांटी। इस दौरान मंदिर समिति अध्यक्ष पदमसिंह पटेल, भेरूलाल पंडाजी, मानसिंह गामी, डाॅ. अमृतलाल पाटीदार, डाॅ. गजराजसिंह सोलंकी, भुवानसिंह पटेल, सेवाराम आंजना, हेमेंद्र पाटीदार, बनेसिंह खींची, दिलीपसिंह खींची, दिलीपसिंह पंवार, तेजसिंह पटेल, बद्रीलाल गुर्जर, जीवनसिंह आंजना, गोकुलसिंह राठौर सहित श्री डुण्डेश्वर महादेव देवनारायण महाराज मंदिर यज्ञ समिति के सदस्यगणों के साथ घट्टिया, बिछड़ौद, जलवा, कालूखेड़ी, झीतरखेड़ी, खेड़ा चितावलिया सहित अन्य गांवों के हजारों श्रद्धालुजन आदि मौजूद रहे।

इधर सप्त दिवसीय आयोजन के अंतर्गत रविवार से अग्निस्थापना के साथ रूद्र यज्ञ की भी शुरूआत हुई। जिसमें यज्ञाचार्य पं. कमलेश शास्त्री दलोदा (डोराना वाले) आदि रहे। रुद्र यज्ञ प्रतिदिन सुबह 08 से 11 बजे तक और शाम 04 से 06 बजे तक चलेगा। वहीं 27 फरवरी 2025, गुरूवार को भव्य शोभायात्रा और महाप्रसादी वितरण के साथ कथा विश्राम एवं रूद्र यज्ञ की पूर्णाहुती होगी। जानकारी प्रकाश पाटीदार, संजय विश्वकर्मा ने दी।

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