आशा भोसले के 89 वे जन्मदिवस पर विशेष Special on Asha Bhosle's 89th birthday

 आशा भोसले के 89 वे जन्मदिवस पर विशेष Special on Asha Bhosle's 89th birthday


कई बार देखने में, पढ़ने में, सुनने में आता है कि लता मंगेशकर और आशा भोसले में कौन सर्वश्रेष्ठ है? और जब सवाल संगीत गायन पक्ष की दो महान विभूतियों के बीच का हो तो निश्चित मानिए कि इसका कोई अंत हो ही नही सकता है। लता जी की आवाज,उनकी गायकी,उनकी रेंज अलग है।और आशाजी की आवाज ,उनकी गायकी,उनकी रेंज अलग है।एक निष्छल प्रवाह से बहने वाली धारा हैं तो एक उन्मुख,चंचल,बेखोफ प्रवाहित धारा है।लता जी के गायन पक्ष के लिए एक ही वाक्य काफी है कि उनका गीत, गायन का सर्वोच्च बिंदु ,सम्पूर्ण अध्याय या विवेचना होती है।आशाजी के गीत में हमे,रस,खुमार, मस्ती,वेग,उमंग,भाव,गम्भीर,बालहठ,भक्तिभाव सभी के समान रूप से दर्शन हो जाते हैं।इसलिए हम लताजी आशाजी में भेद ना ही करे तो बेहतर है।

आशा भोसले के 89 वे जन्मदिवस पर विशेष Special on Asha Bhosle's 89th birthday


आशाजी किसी परिचय की मोहताज नही है।हर दौर में आशाजी ने अपने हुनर से दाद पाई है।फिर चाहे भजन हो ,गीत हो,गजल हो,कैबरे गीत हो,भावगीत हो,शास्त्रीय गीत हो,फड़कते गीत हो,बच्चो के गीत हो आशाजी ने सभी गीतों को बहुत खुबी से गाया है,और हमेशा दाद की हकदार बनी है।हर संगीतकार फिर चाहे शंकर जयकिशन, एस. ड़ी, बर्मन,चित्रगुप्त, गुलाम मोहम्मद, मदन मोहन, नौशाद, रोशन,रवि,वसन्त देसाई,ओ,पी,नैय्यर, ख़य्याम,लक्ष्मी प्यारे,आर, डी, बर्मन,कल्याणजी आनंदजी,जयदेव,सी, रामचंद्र, एस, एन, त्रिपाठी, से लेकर भप्पी लाहिड़ी,रविन्द्र जैन, ए, आर,रहमान,अन्नू मलिक तक सभी के साथ गा चुकी है।कई म्यूजिक एलबम में गा चुकी है।आशाजी गुलाम अली,हरि हरन, जगजीतसिंह के साथ भी एल्बम में गा चुकी है।अनेक शो एवम स्टेज प्रोग्राम भी कर चुकी है।


आशाजी ने 1947 से गायन क्षेत्र में कदम रखा था।और आज भी गा रही है।मेरे कहने का तातपर्य ये हैं कि जहाँ वैजयन्ती माला,हेमा,जीनत,आशा पारिख,वहीदा रहमान,मधुबाला, रेखा,हेलन से लेकर सायरा बानो,मुमताज,शबाना आजमी,परवीन बॉबी,के लिए गा चुकी है तो काजोल,तब्बू की भी आवाज बन चुकी हैं। और हर गीत में मजाल हैं कि उनकी आवाज,बोलो,उनकी आदायगी पर कोई उंगली उठा सके।

   आशा भोसले उन प्लेबैक सिंगर में से है जो गाना गाने के पहले फिल्म के कैरेक्टर से लेकर ऐक्ट्रेस कौन हैं, किस तरह की सिचुएशन है सभी बातों की मालूमात हासिल कर गाती हैं।आशा भोसले का सबसे सुरीला दौर ओ,पी,नैय्यर और आर,डी, बर्मन के साथ रहा है।

आशाजी ने हिंदी,मराठी,पंजाबी,तेलगु,तमिल,बंगाली भाषा मे भी गीत गाये है।देश के हर वर्ग की पहली पसंद आशाजी हैं।बालवर्ग, युवावर्ग,बुज़ुर्गवर्ग,हर किसी को आशा ने अपने गीतों से बांध रखा है।

  आशाजी के लिए हमे एक बात का अफसोस हमेशा रहेगा कि देश का देश के लिए लिखा कवि प्रदीप का 'ऐ मेरे वतन के लोगो 'संगीतकार सी, रामचंद्र आशाजी से गवाना चाहते थे लता जी द्वारा अनुनय,विनय करने पर सी,रामचंद्र ने गीत आशाजी से ना गवाते हुए लताजी से गवाया।ये आशाजी के मुरीदों और चाहनेवालो के लिए हमेशा निराशाजनक रहेगा।

    बच्चे की लौरी सुनाती माँ हो,गांव की पनघट की पनिहारी हो,गम में डूबी प्रेमिका हो,रात को रंगीन महल में नृत्य करती नृत्यांगना हो,या किसी के प्रेम में डूबी प्रेयसी हो,भक्तिभाव में डूबी पुजारिन हो,कैबरे करती कैबरे डांसर हो,या मासूम बच्चे की तान हो आशाजी ने हर जज्बात में जैसे प्राण फूक दिए।आज भी आशाजी के आवाज में जो कशिश,मिठास और बगेर थरथराये लब्जो की अदायगी हैं वो उन्हें उच्च श्रेणी की गायिका का दर्जा दिलाती है।


आशाजी की आवाज का पूरा इस्तेमाल अगर किसी संगीतकार ने किया है तो उनमें दो संगीतकार का नाम आता है एक ओ,पी,नैय्यर और दूसरे आर,डी, बर्मन।मेरे ख्याल से आशा की पुरनूर खनकती लर्जेदार आवाज के बेहतरीन नजराने इन्ही संगीतकारो की बंदिशों में खास तौर से देखे जा सकते हैं।'प्राण जाये पर वचन न जाये','फिर वो ही दिल लाया हूं',मेरे सनम,कश्मीर की कली,एक मुसाफिर एक हसीना,ये आशाजी और ओ,पी,नैय्यर की वो फिल्मे है जो मिल का पत्थर है।वैसे ही 'हरे रामा हरे कृष्णा',इजाजत,अंगूर,कारवां,खूबसूरत अब्दुल्ला, यादो की बारात,शान,जमाने को दिखाना है,कटी पतंग, शोले,ये फिल्में आशाजी और आर,डी, बर्मन की वो शानदार फिल्मे है जिन्होंने आशाजी से उनका सर्वोच्च करवा लिया।

  आशा भोसले के सम्पूर्ण वृतांत को आपके समक्ष रख सकू यह सम्भव तो नही है फिर भी संक्षिप्त रूप में यह बता दु कि आशा जी का जन्म 8 सितम्बर 1933 को सांगली(महाराष्ट्र) में हुआ।मात्र 13 वर्ष की आयु में ही आशाजी का विवाह गणपत बलवंत भोसले से हुआ।और उन्होंने दूसरा विवाह 1980 में राहुल देव बर्मन के साथ किया।आशा जी को दो लड़के व एक लड़की है।आशाजी ने शास्त्रीय संगीत की तालीम मा, नवरंगजी से ली।व बाकी स्व, दीनानाथ मंगेशकर के गाये गीतों को सुनकर हासिल की।


आशाजी ने सर्वप्रथम पार्श्वगायन मराठी फिल्म 'माझबाड़'सन 1944 के 'चला चला नवबाड़' से किया।और हिंदी फिल्मों में सबसे पहले पार्श्वगायन वसन्त देसाई की फिल्म 'अंधो की दुनिया'के गीत 'गरीबो के दाता, गरीबो के वाली,से किया।इस गीत में उनकी सहगायिका जोहराबाई अम्बालेवाली थी।आशाजी ने तीन फिल्मो में अभिनय भी किया।

  माझ बाळ,(1944),बड़ी माँ,(1945),और टैक्सी टेक्सी,(1977),।आशाजी के पसंदीदा गायिका लता मंगेशकर और पसन्दीदा गायक किशोर कुमार है।आशाजी को जो संगीतकार बहुत पसंद है वो राहुल देव बर्मन,ओ,पी,नैय्यर, शंकर जयकिशन, सलिल चौधरी, मदन मोहन।आशाजी 309 संगीतकारो के साथ गा चुकी हैं व करीब 11000 गीतों को गा चुकी है।


आशाजी को अमरावती (जलगांव)से डी, लिट्,की उपाधि,सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय गायिका 2 बार,फ़िल्म फेयर 7 बार,बंगाल जर्नलिस्ट अवार्ड1992,लता मंगेशकर अवार्ड 1989,व डॉक्टरेट व अन्य उपाधियों से नवाजा जा चुका है।आशाजी को हिंदुस्तान के अलावा पूरे विश्व मे चाहनेवाले है।मराठी के लावणी,भावगीत,अभंग,भजन,को अपने अलग अंदाज में ही गाती है,और हर मराठीभाषी की चहेती गायिका है।

 आशाजी के गले से खनकती घुंगरू सी आवाज से गीत को चार चांद तो लगते ही है लेकिन आशाजी स्वय गीतों में अपनी और से जो आलाप और हरकते जोड़ती है वो संगीतकार को भी यह सोचने पर मजबूर करती है कि यह कमी थी जो मैंने नहीं देखी और आशाजी ने महसूस कर इसकी पूर्ति कर दी।

  आशाजी के गाये खूबसूरत गीतों की लिस्ट तो बहुत बड़ी है लेकिन फिर भी कुछ गीतों को मैं आपके समक्ष रख रहा हु। आशाजी के शास्त्रीय गीत

अश्को से तेरे हमने 'देख कबीरा रोया' 1984 मदन मोहन

छोटा सा बालमा। 'रागिनी' 1958 ओ,पी,नैय्यर

अकेली हु मैं पिया आ 'सम्बन्ध' 1969 ओ,पी,नैय्यर

देखो बिजली डोले बिन बदल के 'फिर वही दिल लाया हूं' 1963 ओ,पी,नैय्यर

सुनी सुनी सांस के सितार पे 'लाल पत्थर' 1971 शंकर जयकिशन

सावन आये या न आये 'दिल दिया दर्द लिया' 1966 नौशाद

कैसे समझाऊ बड़ी नासमझ हो 'सूरज' 1966 शंकर जयकिशन

रोज रोज डाली डाली 'अंगूर'1981 आर,डी, बर्मन

मन आनन्द आनन्द छायो 'विजेता' 1982 अजित बर्मन

पिया बावरी 'खूबसूरत' 1980 आर,डी, बर्मन

झूठे नैना बोले 'लेकिन' 1990 हृदयनाथ मंगेशकर

अम्बर की ये पाक सुराही 'कादम्बरी'1975 उस्ताद विलायत खां

आशाजी की मशहूर गजले

दिल चीज क्या है 'उमराव जान'1981 खय्याम

इन आखो की मस्ती के 'उमराव जान'1981 खय्याम

जुस्तजू जिसकी थी 'उमराव जान'1981 ख़य्याम

कभी किसी को मुकम्मल 'आहिस्ता आहिस्ता" 1981 खय्याम

होने लगी हैं रात जवा 'नैना'1973 शंकर जयकिशन

मेरा कुछ सामां 'इजाजत' 1988 आर,डी, बर्मन

और क्या अहले वफ़ा 'सनी' 1984 आर,डी, बर्मन

प्यार पर बस तो नही 'सोने की चिड़िया' 1958 ओ,पी,नैय्यर

कोई मर जाये किसी पे 'दीवार' 1975 आर,डी, बर्मन

कोई शिकवा भी नही 'नींद हमारी ख्वाब तुम्हारे'1966 मदन मोहन

 आशाजी के नृत्य गीत

आइये मेहरबान 'हावड़ा ब्रीज'1958 ओ,पी,नैय्यर

ये है रेशमी जुल्फों 'मेरे सनम' 1965 ओ,पी,नैय्यर

प्यार से लोग मुझे शब्बो 'कटी पतंग'1970 आर,डी, बर्मन

बीकानेर की चुनरी 'प्राण जाये पर वचन न जाये'1973 ओ, पी,नैय्यर

दम मारो दम 'हरे रामा हरे कृष्णा' 1971 आर,डी, बर्मन

जब छाये मेरा जादू 'लूटमार' 1980 राजेश रोशन

खातुबा खातुबा 'अलीबाबा और 40 चोर' 1980 आर,डी, बर्मन

ये मेरा दिल प्यार का दीवाना 'डॉन'1978 कल्याणजी आनंदजी

तौबा तौबा 'रेशमा और शेरा'1971 जयदेव

दिलबरों का दिल जलाकर 'जंजीर'1973 कल्याणजी आनंदजी

ऐ दुश्मने जा 'पत्थर के सनम' 1967 लक्ष्मी प्यारे

चुरा लिया है 'यादो की बारात' 1973 आर,डी, बर्मन

रेशमी उजाला है 'शर्मीली' 1971 एस, डी, बर्मन

रंग दे रंग दे 'तक्षक' 1999 ए, आर,रेहमान आशाजी के भजन 

जय रघुनन्दन जय सियाराम 'घराना' 1961 लच्छीराम

तोरा मन दर्पण कहलाये 'काजल' 1965 रवि

सुन ले पुकार आई 'फूल और पत्थर' 1966 रवि

है रोम रोम में 'नीलकमल' 1968 रवि

दीपावली मनाई सुहानी ' शिरडी के साईबाबा' 1977 पांडुरंग दीक्षित

नन्दकिशोर नन्दगोपाल 'माधवी' 1969 लक्ष्मी प्यारे

मुझे माफ़ करना 'इंसानियत के दुश्मन' 1986 अन्नू मलिक

 आशाजी के मराठी क्लासिकल गीत

जीव लगा नाट्य गीत

युवती मना लाजुन जून नाट्य गीत

केव्हा तरी पहाटे

माघे उभा मंगेश पुढे उभा मंगेश

आशाजी की कव्वालियां

ना तो कारवाँ की तलाश हैं फिल्म बरसात की रात 1960 संगीत रोशन

चांदी का बदन सोने फिल्म ताजमहल 1963 संगीत रोशन

भरी महफ़िल में फिल्म पालकी 1967 संगीत नौशाद

क्या इश्क़ ने समझा हैं फिल्म जमाने को दिखाना है1981 संगीत आर, डी, बर्मन

मेरे मेहबूब में क्या नही फिल्म मेरे मेहबूब 1963 संगीत नौशाद

पल दो पल का साथ हमारा फिल्म द बर्निंग ट्रेन 1980 संगीत आर, डी, बर्मन

निगाहे मिलाने को जी चाहता हैं फिल्म दिल ही तो है 1957 संगीत रोशन


आशाजी के बच्चो के गीत

दादी अम्मा दादी अम्मा फिल्म घराना 1961 संगीत रवि

हम भी अगर बच्चे होते फिल्म दूर की आवाज 1964 संगीत रवि

मेरे भैया मेरे चन्दा फिल्म काजल 1965 संगीत रवि

गरीबो की सुनो फिल्म दस लाख 1966 संगीत रवि

सारे जहाँ से अच्छा फिल्म भाई बहन 1956 संगीत एन, दत्ता


आशाजी के बेहतरीन गीत

जा जा जा साजना फिल्म अदालत 1958 संगीत मदन मोहन

रात अकेली है फिल्म ज्वेलथीफ 1967 संगीत एस, डी, बर्मन

आओ हुजूर तुमको फिल्म किस्मत 1968 ओ,पी,नैय्यर

परदे में रहने दो फिल्म शिकार 1968 संगीत शंकर जयकिशन

अंग लग जा बालमा फिल्म मेरा नाम जोकर 1970 शंकर जयकिशन

चैन से हमको कभी फिल्म प्राण जाये पर वचन न जाये 1973 संगीत ओ, पी,नैय्यर

क्यू मुझे इतनी खुशी दे दी फिल्म अनुपमा 1966 संगीत हेमंतकुमार

खत लिख दे सांवरिया के नाम फिल्म आये दिन बहार के 1966 संगीत लक्ष्मी प्यारे

छुन छुन घुंगरू बोले फिल्म फागुन 1958 ओ,पी,नैय्यर

पान खाये सैय्या हमारो फिल्म तीसरी कसम 1966 संगीत शंकर जयकिशन

मत जइयो नोकरिया छोड़ के फिल्म दो बदन 1966 संगीत रवि

मेरी जान तुमपे सदके फिल्म सावन की घटा 1966 संगीत ओ,पी,नैय्यर

  आशाजी के बेहतरीन युगल गीत

साथी हाथ बढ़ाना फिल्म नया दौर(रफी) 1957 संगीत ओ,पी,नैय्यर

देख हमे आवाज न देना फिल्म अमरदीप (रफी)1958 संगीत सी, रामचन्द्र

जुल्फ की चाव में फिल्म फिर वही दिल लाया हूं (रफी)1963 ओ, पी,नैय्यर

अभी न जाओ छोड़ कर फिल्म हमदोनो (रफी)1961 संगीत जयदेव

फिर मिलोगे कभी फिल्म ये रात फिर न आयेगी (रफी)1966 ओ,पी,नैय्यर

हम इन्तेजार करेंगे फिल्म बहु बेगम(रफी) 1967 संगीत रोशन

हमने तो दिल को आपके फिल्म मेरे सनम (रफी)1965 संगीत ओ,पी,नैय्यर

दीवाना हुआ बादल फिल्म कश्मीर की कली (रफी)1964 संगीत ओ,पी,नैय्यर

आपसे मैने मेरी जान फिल्म ये रात फिर न आयेगी(रफी) 1966 संगीत ओ,पी,नैय्यर

मौसम सुहाने आ गये फिल्म जुदाई(रफी) 1980 संगीत लक्ष्मी प्यारे

प्यार में दिल पे फिल्म महान(किशोर) 1983 संगीत आर,डी, बर्मन

आई परवतो पे फिल्म जग उठा इंसान(किशोर) 1984 संगीत राजेश रोशन

तुम्हारा चाहने वाला फिल्म कही दिन कही रात (महेंद्र कपूर)1968 संगीत ओ, पी,नैय्यर

फिर न कीजे गुस्ताख़ फिल्म फिर सुबह होगी (मुकेश) 1958 संगीत खय्याम

पांच रुपैय्या बारा आना फिल्म चलती का नाम गाड़ी (किशोर) 1958 संगीत एस, डी, बर्मन

रंग भरे मौसम से फिल्म बंदिश (किशोर) 1980 संगीत लक्ष्मी प्यारे

सारा प्यार तुम्हारा फिल्म आनन्द आश्रम (किशोर) 1977 संगीत श्यामल मित्रा

मैं तेरे प्यार में पागल फिल्म प्रेम बन्धन (किशोर) 1979 संगीत लक्ष्मी प्यारे


आशाजी की प्राइवेट गजले

यू सजा चांद (मिराजे गजल) 

कभी कहा न किसी से (कशिश)

गये दिनों का सुराग लेकर (मिराजे गजल) गुलाम अली

हैरतो के सिलसिले (मिराजे गजल)


आशा को लता के कारण कुछ खामियाजा भी भुगतना पड़ा।मसलन शुरू शुरू में संगीतकार पूरे फिल्म के गाने लता से गवाते थे और एकाध ही गाना आशा की झोली में आता था। जबकि आशा की प्रतिभा के दर्शन आपको मैने कराये ही हैं लेकिन आशा की शादी कम उम्र में हो गयी बाद में कुछ समय तक दोनों बहनों में बोलचाल न के बराबर रही।कम उम्र में ही शादी और फिर जल्दी बच्चे होने से आशा को परेशानियां भी बहुत आई।जब भी संगीतकार के यहाँ काम मांगने जाती तो कई अड़चने आती।कुछ परेशानियां तो आशा ने पब्लिक में जाहिर भी नही की जो घरेलू थी लेकिन फिर भी प्रतिभा कभी भी दबाये दब नही सकती है और आप पायेंगे कि आशा की आवाज वर्सेटाइल थी वो सभी रूपो में समान रूप से घूमती थी।

 आपने कारवाँ फिल्म का गाना सुना होगा दय्या मैं कहाँ आ फसी कैसे फसी, या दुनिया मे लोगो को ,या मेरा नाम है शबनम, इन गानों को सुनिये मेरी बातों से आप भी वाकिफ हो जाएंगे। ईश्वर कभी कभी ही ऐसी प्रतिभा को जमीन पर अवतरित करता है मैं इसमे एक बात और जोड़ना चाहूंगा वो ये कि वो समय गोल्डन एरा का था मतलब सभी अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे थे,वो चाहे गीतकार हो ,संगीतकार हो या गायिकाओं या गायक का सवाल हो।

आलेख कैसा लगा जरूर बताए।

डॉ विवेक गावड़े


डॉ विवेक गावड़े

म्यूजिक थेरेपिस्ट

इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड होल्डर

वर्ल्ड पार्लियामेंट मेम्बर

9826290399

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