केंद्र सरकार ने संसद में प्रस्तुत किए जाने वाले जीवित पशुधन आयात निर्यात विधेयक 2023 को प्रस्तुत किए जाने से रोका The Central Government prevented the introduction of the Live Livestock Import Export Bill 2023 to be presented in the Parliament

केंद्र सरकार ने संसद में प्रस्तुत किए जाने वाले जीवित पशुधन आयात निर्यात विधेयक 2023 को प्रस्तुत किए जाने से रोका

 भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा जीवित पशुओं के आयात निर्यात के लिए तैयार किए गए आयात निर्यात विधेयक 2023 को संसद में पारित किए जाना था जिसका देशभर में जैन समाज एवं अहिंसा एवं शाकाहार में विश्वास रखने वाले अन्य समुदाय द्वारा विधेयक का विरोध कर उसे रोकने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री एवं संबंधित मंत्रालय के नाम ईमेल एवं स्थानीय प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भी प्रेषित किए जा रहे थे। 

भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा जीवित पशुओं के आयात निर्यात के लिए तैयार किए गए आयात निर्यात विधेयक 2023 को संसद में पारित किए जाना था जिसका देशभर में जैन समाज एवं अहिंसा एवं शाकाहार में विश्वास रखने वाले अन्य समुदाय द्वारा विधेयक का विरोध कर उसे रोकने के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री एवं संबंधित मंत्रालय के नाम ईमेल एवं स्थानीय प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन भी प्रेषित किए जा रहे थे।


अंततः विरोध के चलते भारत सरकार के मत्स्य पालन पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेट्री श्री जी एन सिंह के हस्ताक्षर से दिनांक 20/ 6/23 को जारी एक आदेश क्रमांक L110110/16/2023 द्वारा निरस्त किए जाने की घोषणा की गई है।

विश्व जैन संगठन दिल्ली के प्रमुख श्री संजय जैन एवं इंदौर की दिगंबर जैन समाज के प्रमुख पदाधिकारी सर्वश्री एम के जैन, सुशील पांड्या, डॉक्टर जैनेंद्र जैन, अमित कासलीवाल, हंसमुख गांधी, राजेश लारेल, राजेश जैन दद्दू, संजीव जैन संजीवनी, अरविंद जैन एडवोकेट एवं दिगंबर जैन परवार समाज महिला संगठन की श्रीमती मुक्ता जैन एवं श्रीमती सारिका जैन ने इस निर्णय को अहिंसा एवं शाकाहार प्रेमियों की जीत बताते हुए केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।

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