विधान के प्रमुख पात्रों ने भक्ति भाव से समर्पित किए 1024 अर्घ्य The main characters of the ritual dedicated 1024 offerings with devotion

विधान के प्रमुख पात्रों ने भक्ति भाव से समर्पित किए 1024 अर्घ्य


बनेठा/ टोंक जिले के उनियारा उपखंड के बनेठा कस्बें में स्थित निर्मल कुंज में भगवान के गुणों के 1024 अर्घ मंडल जी पर समर्पित किया गया।आचार्य इन्द्रनन्दी महाराज एवं बालाचार्य निपूर्ण नंदी महाराज के सानिध्य में चल रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान में पंडित मनोज जैन शास्त्री के विधानाचार्यत्व में कुल 2040 अर्घ्य अर्पित किए गए। सौधर्म इन्द्र बने धर्मेंद्र प्रियंका जैन ने प्रातः भगवान की शांतिधारा एवं अभिषेक के साथ विधान का शुभारंभ किया। पूजन के दौरान सिद्धचक्र मंडल विधान के चौंसठ रिद्धि सिद्धि अष्ट द्रव्य के साथ इंद्र इंद्राणियों ने भक्तिनृत्य करते हुए अर्घ्य समर्पित किए। 



साथ ही विधान परिसर में पाण्डुक शीला में विराजमान सिद्धि यंत्र पर श्रीपाल मैना सुंदरी बने लोकेश जैन चंद्रकला ने 1024 बार मंत्रोच्चार से अभिषेक किया। जो समस्त पाप कर्मों का क्षय करने वाला होता है। इस मौके पर आचार्य इन्द्रनन्दी महाराज ने कहा जो विधान के लिए जो मंडलरू बनाया जाता है,वह अनेक प्रकार के मंत्रों से युक्त होता है। जो भक्त भगवान की भक्ति,जाप, स्वाध्याय,पूजा,अभिषेक करता है उसे सम्यकत्व ज्ञान की प्राप्ति होती है। समाज के हरीश जैन पाण्डया ने बताया कि रात्रि में पुखराज म्यूजिकल ग्रुप द्वारा श्रीजी की संगीतमय में आरती कराई गई। कार्यक्रम में गायिका ममता जैन के मधुर भजनों पर भक्त झूमने लगे। साथ ही धार्मिक प्रश्न प्रतियोगिता हुई जिसमें विजेताओं को विमल कुमार अंशुल कुमार ने सम्मानित किया। बता दें शनिवार को विश्वशांति की मनोकामना के लिए यज्ञ व पूर्णाहुती के साथ विसर्जन किया जाएगा। इसमें सभी विधान में भाग लेने वाले हवन कुंड में आहुति डाल कर विश्व में शांति एवं सद्भावना की मंगलमय कामना कर आहुति डालेंगे।

Post a Comment

0 Comments